ज्येष्ठ अमावस्या, कलियुग वर्ष ५११६
सर्वोच्च न्यायालयके आदेशका उल्लंघन कर मस्जिदोंपर ध्वनीवर्धकोंद्वारा ‘बांग’ देनेके विरोधमें राष्ट्रीय हिंदू आंदोलन आयोजित
मंगलुरू – प्रात: ६ बजेसे पूर्व मस्जिदोंपर ध्वनिवर्धकद्वारा ‘बांग’ देकर समाजकी शांति नष्ट करनेके कृत्यके विरुद्ध हिंदुत्वनिष्ठोंके राष्ट्रीय हिंदू आंदोलनके अंतर्गत २५ मईको मंगलुरू उपायुक्त कार्यालयके सामने प्रदर्शन किए गए । इस समय यह प्रकरण बंद कर समाजके अन्य धर्मियोंको होनेवाले कष्टसे संबंधित व्यक्तियोंपर कठोर कार्यवाही करनेकी मांग की गई । इस आंदोलनमें बडी संख्यामें विविध हिंदुत्वनिष्ठ संगठनोंके नेता तथा कार्यकर्ता सम्मिलित हुए थे ।
१. हिंदुत्वनिष्ठ विजयालक्ष्मीने कहा, भले ही भारतमें प्रत्येक धर्मीको उपासनाकी स्वतंत्रता दी हो, किंतु उसका अपलाभ लेकर अन्य धर्मियोंको कष्ट न हो, सभी धर्मियोंका ऐसा दायित्व है । प्रतिदिन प्रात: ध्वनिवर्धकद्वारा ‘बांग’ देकर बहुसंख्य लोगोंकी नींद बाधित की जाती है ।
२. भारतीय क्रांति सेनाके प्रमुख प्रणवानंद स्वामीने बेंगलुरूमें मिशनरियोंकी धर्मांतर सभाका विरोध दर्शाने हेतु आत्महत्या करनेकी धमकी दी थी । इस अवसरपर प्रणवानंद स्वामीने कहा कि ध्वनिवर्धकद्वारा बांग देनेके विरुद्ध हाथमें लिया आंदोलन, जबतक यह प्रथा संपूर्ण भारतमें बंद नहीं होती, तबतक आरंभ ही रहेगा ।
पनवेल – सर्वोच्च न्यायालयके आदेशका सम्मान रखने हेतु तथा ध्वनिप्रदूषण रोकने हेतु प्रार्थनास्थलोंपर लगे कानूनद्रोही ध्वनिवर्धक स्थायी रूपसे बंद करें, इस मांग हेतु २५ मईको सायं राष्ट्रीय हिंदू आंदोलनकी ओरसे यहां आंदोलन किया गया । इस पद्धतिसे अपराध करनेवालोंपर अभियोग प्रविष्ट कर उन्हें दंड हों, एकमुखसे ऐसी मांग की गई । इस आंदोलनमें वारकरी संप्रदायके श्री. भिकाजी दिघे, श्री बालयज्ञपीठम् समितिके अध्यक्ष, विश्व ब्राह्मण संगठन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा अखिल भारतीय रामराज्य परिषदके उपाध्यक्ष डा. माधवदत्त पांडेय, जय महाराष्ट्र संघके श्री. सचिन कुलकर्णी तथा ओंकार पाटिल, तथा सनातन संस्थाके साधक एवं हिन्दू जनजागृति समितिके श्री. सुनील कदम, तथा धर्माभिमानी, ऐसे कुल ६०लोग सम्मिलित हुए थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात