फाल्गुन कृष्णपक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६
जिते (जिला रायगढ) में हिन्दू धर्मजागृति सभा
जिते-पेण (महाराष्ट्र) : जिते में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा ८ फरवरी को आयोजित हिन्दू धर्मजागृति सभा में बोलते हुए हिन्दू जनजागृति समिति के श्री सुमित सागवेकर ने कहा कि अहिन्दुओंके लालच पर बलि चढकर हिन्दू धर्मपरिवर्तित हो रहे हैं। अपनी हिन्दू संस्कृति कितनी महान है, इस का हमें भान नहीं है, इसलिए शिक्षा ग्रहण कर धर्मााभिमानी होना चाहिए एवं धर्मरक्षा हेतु प्रत्येक को छत्रपति शिवाजी महाराज का सैनिक बनना चाहिए। उन्होंने हिन्दुओंको आवाहन करते हुए कहा कि उन्हें तिलक लगाकर भोजन से पूर्व अन्नपूर्णामाता को प्रार्थना करना एवं भ्रमणभाष पर ‘हॅलो’ न कहते हुए ‘हरी ॐ’ अथवा ‘राम कृष्ण हरी’ कहना आदि कृत्योंका आरंभ करना चाहिए।
इस सभा में ४०० से अधिक हिन्दुओं की उपस्थिति रही।
इस अवसर पर सनातन संस्था की श्रीमती नंदिनी सुर्वे एवं हिन्दू विधिज्ञ परिषद के श्री. विक्रम भावे ने भी मार्गदर्शन किया। ८ फरवरी को श्री विक्रम भावे के शुभ हाथों जिते के सनातन संस्था के साधक श्री. सुभाष म्हात्रे का सनातन के देवद, पनवेल के आश्रम में पूर्णकालीन धर्मकार्य करने के संदर्भ में सम्मान किया गया। सभा के प्रसार के लिए ७ फरवरी को गांव में आयोजित पदफेरी में ५० से अधिक युवत सम्मिलित हुए थे।
क्षणिकाएं
१. धर्मसभा की कालावधि में वहां की बिजलीपूर्ति खंडित होकर भी बहुत से हिन्दू धर्मसभा में अंततक उपस्थित थे।
२. सभा के उपरांत वक्ताओंसे वार्तालाप कर रहे थे।
३. सभी युवकों ने गांव में ‘वैलेंटाईन डे’ के विरुद्ध अभियान चलाने का निर्णय लिया । (सभा के उपरांत सक्रिय होने वाले युवकों का अभिनंदन ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्तोत : दैनिक सनातन प्रभात