गौरक्षक चेतन शर्मा पर ३५० से भी अधिक कसाइ समर्थकोंद्वारा जानलेवा हमला

आक्रमण में गोरक्षक चेतन शर्मा गंभीररूप से घायल

भीड द्वारा की गई हत्याआें के (मॉब लिचिंग) विषय में आक्रोश करनेवाले आधुनिकतावादी आैर हिन्दूद्वेषी राजनेता अब धर्मांधों की भीड द्वारा गोरक्षकपर किए गए आक्रमण के विषय में चुप क्यों हैं ? अथवा उन्हें ‘गोरक्षकों के लिए मानवाधिकार लागू नहीं होते एेसा लगता है ? हिन्दुआें, आप की रक्षा के लिए अब हिन्दू राष्ट्र के अतिरिक्त आैर कोई विकल्प नहीं है, इसे जानकर लीजिए ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात

ठाणे : पिछले कुछ महिनों से बदलापुर के अवैध पशुवधगृह में बडे मात्रा में गोहत्या किए जाने का प्रकरण सामने आए है। अवैध पशुवधगृह में काटी जा रही गायों को पुलिसकर्मियों की सहायता से बचाने का प्रयास करनेवाले गोरक्षक श्री. चेतन शर्मापर ३५० से भी अधिक धर्मांधों ने जानलेवा हमला किया। इसमें श्री. शर्मा गंभीररूप से घायल हुए हैं। डोंबिवली के निजी चिकित्सालय में अतिदक्षता विभाग में उनका इलाज चल रहा है। इस प्रकरण में बदलापुर पुलिस प्रशासन ने मारपीट करनेवाले अज्ञात हमलावरों के विरुद्ध भारतीय आपराधिक संहिता की धाराएं १४३, १४७, १४९ आैर ३५३ के अनुसार प्राथमिकी प्रविष्ट की है तथा पुलिसकर्मी आरोपियों को खोज रहे हैं।

१. बदलापुर के अवैध पशुवधगृहों के विरुद्ध समय-समयपर प्राणिमित्र, गोसेवक आैर विविध संगठनों ने आवाज उठाई; किंतु उनके विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही थी।

२. अंततः २४ जून की मध्यरात्रि में इस अवैध पशुवधगृह के विरुद्ध कार्रवाई हेतु श्री. चेतन शर्मासहित ३५ से ४५ पुलिसकर्मी गए थे; परंतु श्री. चेतन शर्मा आैर पुलिसकर्मियों के पशुवधगृह की आेर आने का ज्ञात होते ही ३५० से भी अधिक धर्मांध कसाईयों की भीड वहां इकट्ठा हुई आैर उन्होंने श्री. शर्मा आैर उनके साथ गए पुलिसकर्मियोंपर ‘अल्लाहू अकबर’ की घोषणाएं करते हुए आक्रमण किया। (इससे धर्मांधों में पुलिस प्रशासन की भय नहीं रहा, यह ध्यान में आता है ! हिन्दुआें की रक्षा करने में असमर्थ एेसा पुलिस प्रशासन किस काम का ? – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात)

३. उसी समय कसाईयों में से कुछ लोगों ने श्री. शर्मा को सलाखों से मारना आरंभ किया। इस आक्रमण में उनके सिर में गंभीर चोट आई। तब श्री. शर्मा ने अपने पास की स्वरक्षा हेतु रखी गई पिस्तौल से जब हवा में गोलाबारी की, तब कुछ कसाई पिछे लौट गए। यह ध्यान में आते ही पुलिसकर्मियों ने घायल शर्मा को अपनी गाडी में बिठाया; किंतु गाडी आगे जाते ही कसाईयों ने वापस आकर आक्रमण किया।

४. प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धर्मांधों ने पुलिस की गाडी की चाबियां निकाल लीं आैर पुनः आक्रमण किया। उसके पश्चात पुलिस ने किसी तरह स्वयं को छुडवाकर गाडी को आगे ले गए; परंतु कसाईयों ने २५ से ३० कि.मी. दूरीतक गाडी का पीछा किया। धर्मांधों के इस आक्रमण में पुलिस की गाडी की कांच टूट गई, साथ ही श्री. शर्मा की रक्षा करते हुए पुलिसकर्मियों को भी मामुली चोटें आईं।

५. पुलिसकर्मी श्री. शर्मा को लेकर जब बदलापुर पूर्व पुलिस थाने के पास आए, तब वहां भी ४० से ५० धर्मांधों की भीड दिखाई देने से स्थिति आैर गंभीर न बने; इसलिए पुलिसकर्मियों ने श्री. शर्मा को पुनः अंबरनाथ पुलिस थाने ले जाकर वहां से चिकित्सालय में प्रविष्ट किया।

६. श्री. चेतन शर्मापर किए गए जानलेवा हमले के विरुद्ध २५ जून को ‘पीपल फॉर एनिमल’ संगठनसहित अन्य संगठनों के कार्यकर्ताआें ने ठाणे के सहायक पुलिस आयुक्त से भेंट की। तब उन्होंने आक्रमणकारी धर्मांध कसायों के विरुद्ध कार्रवाई का आश्वासन दिया।

स्त्रोत : सनातन प्रभात

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