

जगद्गुरु भगवान श्रीकृष्ण ने शिष्य अर्जुन का अमूल्य मार्गदर्शन कर द्वापरयुग में धर्म की संस्थापना की । उसी प्रकार कलियुग में हमें भी श्रीगुरु के मार्गदर्शन में प्रयास करने चाहिए । गुरु की कृपा प्राप्त करने हेतु श्रीगुरु का धर्मसंस्थापना का, अर्थात हिन्दू राष्ट्र-स्थापना का कार्य हमें अंगीकार करना होगा । इस विषय में विस्तार से विवेचन करने हेतु हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से गुरुपूर्णिमा का आयोजन किया गया है । इस उत्सव में सम्मिलित होकर आइए श्रीगुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करें ! अपनी भाषा के अनुसार गुरुपूर्णिमा महोत्सव यहां देखें !
Watch Live
July 3, 2023, 7.30PM
July 3, 2023, 7.30PM
July 3, 2023, 7.00PM
July 3, 2023, 8.00PM

ऑनलाइन कार्यक्रम का स्वरूप
प्रत्यक्ष कार्यक्रम का स्वरूप
गुरुपौर्णिमा महोत्सव के स्थल

समाज में धर्मजागृति के लिए समर्पित हिन्दू जनजागृति समिति इनके माध्यम से यह गुरुकार्य अर्थात ईश्वरीय कार्य अखंड चल रहा है । इसलिए जिज्ञासु, शुभचिंतक धर्मप्रसार का कार्य कर और उसके लिए धन अर्पण कर, इसके द्वारा गुरुपूर्णिमा का आध्यात्मिक स्तर पर लाभ लें !
गुरुपूर्णिमा का अधिकाधिक लाभ उठाने के लिए आवश्यक प्रयास

गुरुपूजन
आषाढ पूर्णिमा को गुरुपूर्णिमा कहते हैं । गुरुके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने हेतु प्रत्येक गुरु के शिष्य इस दिन उनकी पाद्यपूजा करते हैं एवं उन्हें गुरुदक्षिणा अर्पण करते हैं । गुरुपूर्णिमा मनाने का उद्देश्य केवल गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना नहीं होता । इस दिन गुरु का कृपाशीर्वाद तथा उनसे प्रक्षेपित होनेवाला शब्दातीत (शब्दों के परे) ज्ञान सामान्य से सहस्र गुना अधिक होता है ।

गुरुपूर्णिमा के अवसर पर हिन्दू राष्ट्र के स्थापना का कार्य करने का निश्चिय करे !
जिस प्रकार रात्रि के पश्चात होनेवाला सूर्याेदय कोई नहीं रोक सकता, उसी प्रकार कालमहिमा के अनुसार होनेवाली धर्माधिष्ठित हिन्दू राष्ट्र की स्थापना भी कोई नहीं रोक सकता । हिन्दू राष्ट्र आएगा, यह पत्थर की लकीर है । अनेक संतों ने भी उस संबंध में बताया है । काल भी उसी दिशा में जा रहा है । इसलिए इस काल में हमने यदि हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए कार्य किया तो, काल के अनुसार धर्मकार्य होकर उस माध्यम से हमारी साधना होगी । इसलिए इस वर्ष की गुरुपूर्णिमा के अवसर पर हिन्दू राष्ट्र के स्थापना का कार्य करने का निश्चय करे ।