माता-पिता एवं घर के बडे व्यक्तियों को झुककर नमस्कार करें !

भारतीय परंपरानुसार संध्या के समय दिया-बाती के उपरांत घर से बाहर निकलते समय, यात्रा से घर लौटनेपर, नए कपडे परिधान करनेपर, ऐसे विविध प्रसंगों में घर के बडों के पैर छूने की रीति है । Read more »

कक्षा में खाली घंटों में (ऑफ पीरियड में) क्या करेंगे ?

मित्रो, कक्षा में सप्ताह में एक तो ‘ऑफ’ पीरियड होता है न ? आप इस खाली घंटे में क्या करते हैं ? ‘कैन्टीन’में बैठे गप्पें मारते रहते हैं ? Read more »

पुस्तकों की देखभाल इस प्रकार कीजिए !

पुस्तकोंपर प्लास्टिक का वेष्टन चढाकर ही पढें!
उंगलियों को थूक लगाकर पन्ने न पलटें !
चिन्ह के लिए पृष्ठ का कोना तथा पृष्ठ को नहीं मोडना चाहिए !
पुस्तक अलमारी में रखते समय उसे लिटाकर रखें!
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विद्यार्थियो, केवल परीक्षार्थी न बनें, तो वास्तव में विद्यार्थी बनने का प्रयास करें !

आजकल अधिकांश विद्यार्थी एक कक्षा से दूसरी कक्षा में जाने को ही अध्ययन समझते हैं । उनके लिए यही अध्ययन की परिभाषा है । इसलिए बच्चे अज्ञानवश विद्यार्थी बनने के स्थानपर परीक्षार्थी बनते जा रहे हैं । Read more »

परीक्षाका भय अथवा चिन्ता मन से दूर कर परीक्षा का सहजता से सामना करें !

विद्यार्थी मित्रों, क्या आपको मौखिक परीक्षा, प्रायोगिक परीक्षा, शालेय एवं महाविद्यालयीन परीक्षा इत्यादिके समय मन पर तनावका अनुभव होता है ? क्या परीक्षाके समय नींद आना, पढाई करनेकी इच्छा न होना, एकाग्रताका अभाव, आत्मविश्वासका अभाव ……… Read more »

पाठशाला को विद्या का मंदिर समझकर आदर्श पद्धति से आचरण करें !

बच्चो, आगामी जीवन में सफल होने के लिए पाठशाला में प्रामाणिकता से आचरण कर एवं गुणसंपन्न बनकर हिंदुस्थान के भावी आधारस्तंभ बनें !
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विद्यार्थियों, शिक्षकों के साथ आपका आचरण ऐसा होना चाहिए . . .

‘शिक्षक वह व्यक्ति है जो विद्यार्थियों को प्रतिदिन नवीन ज्ञान देते हैं । शिक्षक विद्यार्थियों के लिए तन एवं मन का त्याग करते हैं । उनके कारण विद्यार्थियों को जीवन की दिशा मिलती है । Read more »

परीक्षा की कालावधि में संतुलित आहार लें एवं उचित व्यायाम करें !

छात्रों को सदैव संतुलित आहार लेना चाहिए एवं पर्याप्त व्यायाम सदैव करना चाहिए । किंतु परीक्षा की कालावधि में इनका विशेष ध्यान रखना चाहिए । Read more »

हस्ताक्षर सुंदर एवं सुवाच्य हों !

अक्षर से मानव की परख करना संभव है, यह कहना अनुचित न होगा । किसी के हस्ताक्षर देखते ही उसके व्यवस्थितता, अनुशासन, कलात्मकता आदि अनेक गुण हमारे ध्यान में आते हैं । Read more »

वाचन करते समय अपने नेत्रों के स्वास्थ्य का ध्यान रखें !

‘पढोगे तो बचोगे’ ये कहावत आपने सुनी ही होगी ।पढते समय आगे दी गई बाते ध्यान में रखने छोटी-छोटी बीमारियां टाल सकते हैं। पढते समय ध्यान कैसे रखें । Read more »