सायंकाल के समय (दीया जलाने के समय) यह अवश्य करें !

सायंकाल के समय बालकों को खेलना रोककर घर लौटना चाहिए । घर लौटनेपर दूरदर्शन के कार्यक्रम न देखें; अपितु हिंदु संस्कृति में बताए अनुसार निम्नलिखित कृत्य करें । Read more »

श्री संकष्टनाशन गणपतिस्तोत्र का पारायण करें !

कुछ विद्यार्थियों को परीक्षा का डर लगता है । ‘पढा हुआ ध्यान में रहेगा ना ?’, ‘प्रत्यक्ष परीक्षा में लिखते समय स्मरण रहेगा ना?’ ऐसे प्रश्नों से विद्यार्थी तथा अभिभाव कों को तनाव आता है । इस पर आध्यात्मिक उपाय है गणपतिस्तोत्र का पारायण ! Read more »

निम्नलिखित भोजनसंबंधी सूचनाओं का पालन करें ।

अन्नग्रहण करनेपूर्व की जानेवाली प्रार्थना – ‘हे भगवन, यह अन्न आपके चरणों में अर्पण कर यह आपका प्रसाद है, इस भाव से मैं ग्रहण कर रहा हूं । इस प्रसादद्वारा मुझे शक्ति एवं चैतन्य प्रदान करें ।’ Read more »

अभ्यास की पद्धति विकसित करें !

वर्तमान समय में अभ्यास की तकनीक लडकों एवं अभिभावकों को ज्ञात होना आवश्यक है । इस लेख से अभ्यास की आसान तकनीकी कैसे विकसित करे, यह देखेंगे । Read more »

मन की एकाग्रता बढाने के लिए यह कीजिए ।

व्यक्ति की सात्त्विकता बढ़ने पर उसका मन शीघ्र ही एकाग्र होता है । नियोजनपूर्वक एवं एकाग्र मन से की गई कोई भी कृति अधिकाधिक परिपूर्ण होती है और `परिपूर्णता’ का ईश्वरीय गुण व्यक्ति में निर्माण होता है । एकाग्रता बढ़ाने के लिए सात्त्विकता बढ़ानी चाहिए । उसे बढ़ाने के लिए प्रस्तुत मुद्दें को आचरण में लाएं । Read more »

घर आए हुए अतिथीओं का स्वागत एवं आवभगत करें !

अतिथि देवतासमान होते हैं । ‘अतिथि के रूप में देवता ही घर आते हैं’, यह हमारी हिंदु संस्कृति की शिक्षा है । अतः बच्चो, केवल माता-धर्म के शिक्षा अनुसार अतिथियों का स्वागत हमें करना चाहीए । Read more »

पाठशाला जाने की पूर्वसिद्धता कर, साधिए मन की एकाग्रता

बच्चो, स्मरण कीजिए कि हम पाठशाला जाते समय कैसे जाते हैं ? देर राततक दूरदर्शन के कारण प्रातः उठने के लिए देर होती है। Read more »

विद्यालय में खाने के लिए घर के बने खाद्यपदार्थ ही ले जाएं !

आजकल बच्चों को विद्यालय में खाद्यपदार्थ का डिब्बा ले जाने के लिए लाज आती है । उसकी अपेक्षा खरीदकर खाने में अधिक रुचि होती है । आगे दिए लेख में विद्यालय में खाद्यपदार्थ ले जाने के विषय में कुछ सूचनाएं ! Read more »

पाठशाला से लौटते समय करने योग्य कृत्य

पाठशाला के छूटने के उपरांत सीधे घर आएं । रास्ते में समय व्यर्थ न गवाएं । किसी कारण से यदि विलंब हो रहा हो तो वैसा संदेश भेजें । अन्यथा मां को चिंता होती है । Read more »