वाचन करते समय अपने नेत्रों के स्वास्थ्य का ध्यान रखें !

बच्चो, ‘पढोगे तो बचोगे’ ये कहावत आपने सुनी ही होगी । दिनभर विविध कारणों से हमें वाचन करना ही पढता है । पढाई, समाचारपत्र कहानियों की पुस्तकें, बाहर से आनेवाले पत्र, संगणकपर कार्य करते समय इत्यादि । पढते समय आगे दी गई बाते ध्यान में रखने से छोटी-छोटी बीमारियां टाल सकते हैं।पढते समय ध्यान कैसे रखें ।

अ. निरंतर सीधे बैठकर पढें ।

आ.पढते समय पटल (टेबल) एवं आसंदी (कुर्सी) स्थिर होनी चाहिए ।, उसी प्रकार पुस्तक एवं आंखो के मध्य ३० से ३५ सें.मी. अंतर होना चाहिए ।

इ. पढनेवाले कक्ष में अधिक प्रकाश होना आवश्यक हैं । संभवतः पुस्तक पर प्रकाश पीछे से तथा बाई ओरसे आए अर्थात दाएं हाथ में पुस्तक पकडी हुई हो,तो उंगलियों की परछाई न पडे ।

ई. पढना, टंकन करना, चित्र बनाना, सिलाई कार्य इत्यादि अधिक समय तक करना हो, तो प्रत्येक १५-२० मिनिट के उपरांत दूर की किसी वस्तुपर थोडी देरतक दृष्टि स्थिर रखें अथवा आंखें १ से २ मिनट बंद करें अथवा किसी एक वस्तुपर ध्यान करें ।

उ. आंखोंपर तनाव न आए; इसलिए बीच-बीच में आंखें ठंडे पानी से धोएं तथाआंखों का व्यायाम भी प्रतिदिन करें ।