बसंत पंचमी की कथा

बसंत पंचमी के दिन को माता सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं। सरस्वती देवी को बागीश्वरी, भगवती, शारदा, वीणावादनी और वाग्देवी सहित अनेक नामों से पूजा जाता है। इस कथा से हम सरस्वती देवी की उत्पत्ति कैसे हुर्इ ये देखेंगे । Read more »

प्राणिमात्र में आत्मियता का भाव अनुभव करनेवाली माता पार्वती !

अपने संपू्र्ण तपश्चर्या का फल भगवान शंकर ने ली परीक्षा में एक लडके को बचाने के लिए देनेवाली पार्वती की यह कहानी हम देखेंगे । Read more »

अनंत चतुर्दशी व्रत कथा

भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथि को अनंत चतुर्दशी के रूप में मनाया जाता है । इसमें भगवान विष्णु की पूजा की जाती है । इस संदर्भ मे पौराणिक कथा यहा देखेंगे । Read more »

वामन अवतार कथा

वामन अवतार भगवान विष्णु का महत्वपूर्ण अवतार माना जाता है. भगवान की लीला अनंत है और उसी में से एक वामन अवतार है इसके विषय में श्रीमद्भगवदपुराण में विस्तार से उल्लेख है ` Read more »

भगवान श्रीराम भवसागर पार करानेवाले खेवनहार !

‘कैकयी को दिया वचन पूरा करने हेतु प्रभु श्रीरामचंद्र अपने भाई लक्ष्मण तथा पत्नी सीता के साथ वनवास जाने को निकले । प्रभु श्रीराम वनवास के मार्गपर गंगा नदीके सम्मुख आए । Read more »

भगवान के अतिरिक्त अपना कोई नहीं ! (द्रौपदी वस्त्रहरण)

द्युत में (जुए में) हारने के पश्चात दुर्योधन ने द्रौपदी को राज्यसभा में लाने का आदेश दिया । अत: दुःशासन उसे घसीटता हुआ राज्यसभा में लेकर आया । ऐसा न करने हेतु द्रौपदी निरंतर विनती कर रही थी; किंतु उनपर उसका कुछ भी परिणाम नहीं हुआ । Read more »

श्रेष्ठ ईश्वरभक्ति

एक बार देवर्षि नारदमुनि को अपनी भक्तिपर बडा गर्व हुआ । उन्हें लगा, हम सदैव ‘नारायण नारायण’का जाप करते रहते हैं, इसलिए हमारी बराबरी में भगवानजी का खरा एवं प्रिय भक्त इस त्रिखंड में कोई नहीं है । अंतर्ज्ञान से भगवान श्री विष्णु इस भ्रम को समझ गए । Read more »