विघ्न हरने के लिए की जानेवाली श्रीगणेश की प्रार्थना
वक्रतुंड महाकाय कोटीसूर्य समप्रभ ।
निर्विघ्नं कुरुमे देव सर्वकार्येषु सर्वदा ॥ Read more »
वक्रतुंड महाकाय कोटीसूर्य समप्रभ ।
निर्विघ्नं कुरुमे देव सर्वकार्येषु सर्वदा ॥ Read more »
जीवन में निरन्तर आनन्द में रहने के लिए स्वभावदोष दूर करने हेतु निरन्तर और लगनसे करना आवश्यक होता है । इस लेख से ‘स्वभावदोष निर्मूलन प्रक्रिया’ का अर्थ एवं महत्व समझ लेते है। Read more »
श्रीरामचंद्र कृपाल भजु मन हरण भव भय दारुणम् ।
नवकंजलोचन,कंजमुख,कर-कंज,पद-कंजारुणम्।।१।। Read more »
श्रीरामरक्षास्तोत्र का पाठ करने से मनुष्य भय रहित हो जाता है।जो इस स्तोत्र का पाठ करता है वह दीर्घायु, सुखी, संततिवान, विजयी तथा विनयसंपन्न होता है। Read more »
यस्य स्मरणमात्रेण जन्मसंसारबन्धनात् ।
विमुच्यते नमस्तस्मै विष्णवे प्रभविष्णवे ॥ Read more »
आनन्द़ित रहने के लिए कौनसे दोष दूर करने एवं कौनसे गुण वृद्धिंगत करने आवश्यक हैं । आगे कुछ दोष एवं उनके विपरीत गुणों की सूची दी है । दोषों का निम्न वर्गीकरण स्थूलरूप से किया है । Read more »
कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने ।
प्रणतक्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नमः॥ Read more »
जय शिव ओंकारा ,भज शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अद्र्धंगी धारा ।।१।। Read more »
गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ बहुत मंगलकारी है। प्रतिदिन प्रात: शुद्ध होकर इस पाठ करने से गणेशजी की कृपा अवश्य प्राप्त होती है। Read more »