‘मराठाकेसरी’ लोकमान्य तिलक !

लोकमान्य तिलकजी का जन्म रत्नागिरी में हुआ। लोकमान्य तिलकजी का जीवनविषयक तत्त्वज्ञान उनके राजकीय तत्त्वज्ञान जैसा ही था । निःशस्त्र आंदोलन के साथ ही सशस्त्र क्रांति भी उन्हें अभिप्रेत थी । Read more »

जय जालोर

मारवाड के दक्षिण-पश्चिम में स्थित जालोर इतिहास में अपना विलक्षण स्थान रखता है । इस जिले में पर्यटन और पुरातत्व की दृष्टि से विकास की अगणित संभावनाएं हैं । पुरातन परम्पराओं और संस्कृति को यहां के लोगोंने संभालकर रखा है । Read more »

सरखेल कान्होजी आंग्रे : मराठा नौदल प्रमुख

सागरके सम्राट कान्होजी आंग्रेको नौसेनाधिपति (सरखेल) आंग्रे भी कहा जाता है । १८ वीं शताब्दीमें वे मराठा साम्राज्यकी नौसेनाके सेनापति थे । उन्होंने हिंद महासागरमें अंग्रेज, पुर्तगाली और डच नौसैनिक गतिविधियोंके विरुद्ध भीषण युद्ध किया
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देशभक्त बटुकेश्वर दत्त : एक महान क्रांतिकारी

इस घटना के पश्चात् बटुकेश्वर दत्त और भगत सिंह को बंदी बनाया गया । १२ जून, १९२९ को इन दोनों को आजीवन कारावास का दंड सुनाया गया । Read more »

क्रांतिवीर मदनलाल ढींगरा

मदनलाल ढींगरा (१८८३ – १७ अगस्त, १९०९) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के क्रान्तिकारी सेनानी थे । वे इंग्लैण्ड में अध्ययन कर रहे थे । जहां उन्होने कर्जन वायली नामक एक ब्रिटिश अधिकारी की गोली मारकर हत्या कर दी । Read more »

पोर्तुगिजोंने गोमंतकीयोंपर किए अत्याचारों का सत्य विशद करनेवाले डॉ. टी.बी कुन्हा !

गोवा मुक्ति आंदोलन के स्वातंत्र्यसेनानी डॉ. त्रिस्तांव दि ब्रगांझ कुन्हा का २६ सितंबर को स्मृतिदिन है । सासष्ठी तालुका में स्थित चांदर गांव में जन्में डॉ. कुन्हाने मुंबई से कला शाखा की (बी.ए) उपाधि प्राप्त करनेपर पॅरीस को जाकर अभियंता उपाधि प्राप्त की । Read more »

आजाद हिंद सेना : स्वतंत्रतासंग्राम का क्रांतिकारी पर्व !

५ जुलाई को आजाद हिंद सेनाका ६५ वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा ! आजाद हिंद सेना के संस्थापक नेताजी सुभाषचंद्र बोस उग्रमतवादी क्रांतिकारी थे । अंगे्रजों को परास्त करने के लिए भारत की स्वतंत्रता संग्राम की अंतिम लडाई का नेतृत्व नियतीने नेताजी के हाथों सौंपा था । Read more »