विद्यार्थी मित्रो, गणेशजी का होनेवाला अनादर रोककर उनकी कृपा संपादन करने के लिए प्रयत्नरत हों !

मित्रो, गणपति अपने आराध्य देवता हैं । गणपति बुद्धीदाता होनेसे विद्यार्थियोंके जीवनमें उनका विशेष महत्त्व है । हम गणपतिकी पूजा करते हैं । वे हमें ज्ञान तथा आनंद प्रदान करते हैं । Read more »

नवरात्रि

हम सब आनंदमय हों और आदर्शमय जीवन व्यतीत करें, इस हेतु ईश्वरने उत्सवों की निर्मिति की है; अपितु वर्तमान में ये सर्व उत्सव शास्त्र के अनुसार एवं योग्य पद्धति से कैसे मनाएं और उसका शास्त्र हमें ज्ञात नहीं, इसलिए त्यौहार एवं उत्सव में अनेक अनुचित प्रकार चल रहे हैं । Read more »

बच्चो, शास्त्रोक्त पद्धतिनुसार देवी की भावपूर्ण उपासना कर नवरात्र उत्सव मनाएं !

भक्तिद्वारा स्वयं में विद्यमान देवीतत्त्व जागृत कर राष्ट्र रक्षा हेतु सिद्ध होना एवं अधिक से अधिक भावपूर्ण उपासना कर देवी की कृपा संपादन करना, वास्तव में यह नवरात्रोत्सव ! Read more »

मित्रो, प्रदूषणमुक्त नवरात्र उत्सव कैसे मनाए ?

अनेक लोग देवी का मखर (मंडप) बनाने के लिए थर्माकोल का उपयोग करते हैं । थर्माकोल पानी में विसर्जित नहीं होता और अग्निविसर्जन करने से वायुप्रदूषण होता है । इस हेतु थर्माकोल का उपयोग टालें । Read more »

दीपावली

दीपावली अर्थात दीप + आवली । इस दिन सर्वत्र पंक्तिबद्ध दीपक लगाए जाते हैं । दीपावली आनंदी जीवन का प्रारंभ । हम जिस पद्धति से दीपावली मनाते हैं, उससे अन्यों को आनंद हो, ऐसी प्रत्येक कृति करना, यही खरी दीपावली है ! Read more »

दीपावली में की जानेवाली सात्त्विक एवं धर्माभिमान जागृत करनेवाली कृतियां

मित्रों, दीपावली का त्यौहार मौज मस्ती करने के लिए न होकर अपनी धर्म एवं संस्कृति की रक्षा करने के लिए तथा अन्यों को आनंद देने के लिए है । Read more »

पटाखे जैसे विकृत प्रथा को नष्ट करना ही वास्तव में सच्ची एवं खरी दीपावली !

दीपावली में हम देवताओं के छायाचित्रवाले पटाखे फोडते हैं । जिस समय हम पटाखे फोडते हैं, उस समय उस छायाचित्र के टुकडे होते हैं, अर्थात हम उस देवता का अनादर ही करते हैं । इसे रोकना यही खरी दीपावली है । Read more »

दत्त जयंती

भगवान दत्तात्रेय की उपासना करने का अर्थ उनके समान प्रत्येक मनुष्य एवं वस्तु से सदा सीखना तथा सीखने का निश्चय करना होता है ! दत्त जयंती के निमित्त हम भगवान दत्तात्रेय के विषय में शास्त्रीय ज्ञान प्राप्त करने का प्रयास करेंगे । Read more »

मकरसंक्रांति

इस दिन सूर्य का संक्रमण मकर राशिमें होता है । सूर्यभ्रमण के कारण निर्मित अंतर दूर करने हेतु अस्सी वर्ष उपरांत संक्रांति का दिन एक दिन आगे बढ जाता है । Read more »