सम्मिलित हों !

जालस्थलका उपयोग कर भारतकी पीढीको आदर्श बनानेमें योगदान करें !




१. बालको, यह कीजिए !

अ. इस सूचना-जालस्थलके विषयमें अपने मित्रोंको बताएं ।

आ. सूचना-जालस्थलपर दी गयी जानकारी पढकर उसके अनुसार आचरण करनेसे आपको जो लाभ हुआ है, उसकी जानकारी हमें [email protected], इस संगणकीय पतेपर (ई-मेल पर) भेजिए ।

२. अभिभावको, यह कीजिए !

अ. सूचना-जालस्थलपर दी गयी जानकारी बालकोंसे कंठस्थ करवाएं तथा उसे सार्वजनिककार्यक्रम, स्नेह सम्मेलन आदि कार्यक्रमोंमें सुनानेके लिए प्रोत्साहित करें !

आ. अपने बालकोंको यह सूचना-जालस्थल दिखाकर उसमें बताए अनुसार आचरण करवाएं !

इ. अपने कार्यालयके मित्रों, सहकर्मी, संबंधी एवं हितैषियोंको इस सूचना-जालस्थलके विषयमें बताएं !

३. शिक्षको / मुख्याध्यापको, यह कीजिए !

अ. नैतिक मूल्यकी कक्षामें तथा रिक्त समयमें सूचना-जालस्थलपर दिए विषय बच्चोंको पढाएं !

आ. प्रतिदिन, सूचना-जालस्थलके एक-एक विषयको विद्यालयके सभी छात्रोंको सामूहिकप्रार्थनाके उपरांत ध्वनिविस्तारक (स्पीकर) यंत्रकी सहायतासे १०मिनट बताएं !

इ. सूचना-जालस्थल विषयको विद्यालयके पाठ्यक्रममें रखें !

४. संस्कारवर्ग-सेवको, यह कीजिए !

अ. सूचना-जालस्थल विषयको बाल और विद्यार्थी संस्कारवर्गोंमें पढाएं !

आ. संस्कारवर्गके बालकोंसे सूचना-जालस्थलपर प्रकाशित विषयको कंठस्थ करवाएं तथा विद्यालय,ट्यूशन आदि स्थानोंपर सुनानेके लिए प्रोत्साहित करें !

इ. बालकोंके संगणक-प्रशिक्षणवर्ग (कंप्यूटर क्लासेस), अनुशिक्षावर्ग(ट्यूशन), अनाथाश्रम, छात्रावास, ग्रीष्म तथा दीपावलीकी छुट्टियोंमें आयोजित होनेवाले शिविरोंके प्रमुखोंसे मिलकर, सूचना-जालस्थलके विषयको बालकोंको एक घंटा पढानेके लिए प्रबोधन करें !

५. अन्य (सबके लिए)

अ. अपने सूचना-जालस्थल / ब्लॉग पर इस ‘बालसंस्कार’ सूचना-जालस्थलको मार्गिका (लिंक) दें ।

आ. सूचना-जालस्थलका पता, लघुसंदेशसे ( एस.एम.एस. से ) अन्योंको भेजिए ।

इ. बालसंस्कार जालस्थलपर प्रकाशित नए लेख आपके संगणकीय पतेपर (ई-मेलपर) तुरंत मिले, इस हेतु हमारे ‘बालसंस्कार गुट’में सम्मिलित हों !

ई. सूचना-जालस्थलके लेखोंका प्रसार – संगणकीय पत्र, ‘फेसबुक’, ‘ट्वीटर’, ‘गूगल प्लस’ जैसे सामाजिक जालस्थलोंसे एवं ‘ऑनलाइन ग्रुप’ से करें !

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