स्वयं कुछ भी न कमाते हुए पैतृक संपत्ति उडाकर भारत को दीवालिया बनानेवाले स्वतंत्रता प्राप्त से अभी तक के सर्वपक्षीय राज्यकर्ता !

‘पूर्वजों की संपत्ति उडाकर व्यक्ति दीवालिया बन जाता है । उसी प्रकार भारत का गोधन, खनिज आदि समाप्त होने पर भारतीय दीवालिया बन जाएंगे । दीवालिया भारत को पुनः व्यवस्थित करने के लिए हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना आवश्यक है !

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  1. The above ratiocination Sreeman Togadia made is cent percent correct and worth pondering. Tragedy and pain has become India’s inseparable companion. BUT ENOUGH IS ENOUGH! Har Har Bharath Varsha

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