होली एवं रंगपंचमी पर होनेवाले अपप्रकारों को रोकने के लिए हिन्दू जनजागृति समिति एवं समविचारी संघटनों का अभियान !

होली तो दुष्ट प्रवृत्ति और अमंगल विचारों का नाश कर सत्प्रवृत्ति का मार्ग दिखानेवाला उत्सव है; परंतु दुर्भाग्यवश आजकल इस उत्सव को विकृत स्वरूप प्राप्त हो चुका है ! इसी विकृत स्वरुप को रोकने हेतु महाराष्ट्र में पुलिस, प्रशासकीय अधिकारी इन्हें ज्ञापन प्रस्तुत किये जा रहें हैं, प्रस्तुत कर रहें हैं इसीका वृत्तांत संक्षेप में . . . Read more »

‘व्हॅलेंटाईन डे’ युवकों में विकृति उत्पन्न करनेवाली एवं संस्कृति को नष्ट करनेवाली कुपरंपरा ! – श्री. प्रकाश मालोंडकर

आज की युवा पीढी पाश्‍चात्त्यों की ‘डे संस्कृति’ के अधीन होकर विकृत बन रही है। संतश्री आसारामबापूजी ने समाज को ‘व्हॅलेंटाईन डे’ इस विकृति के स्थान पर मातृ-पितृ दिन का पवित्र विकल्प उपलब्ध कर एक आदर्श स्थापित किया है ! Read more »

समाज को ‘व्हॅलेंटाईन डे’ के चंगुल से मुक्त करें ! – नई देहली के हिन्दूत्वनिष्ठों की मांग

विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संघटनों ने नई देहली के जिलाधिकारी कार्यालय एवं पुलिस प्रशासन को एक ज्ञापन प्रस्तुत कर यह मांग की कि, ‘इस दिन के निमित्त घटनेवाले अपराध ध्यान में रखते हुए समाज में विशेषतः पाठशालाओं-महाविद्यालयों में महिला सुरक्षा पथक, अ‍ॅन्टी रोमिओ स्कॉड, आदि नियुक्त करें और समाज को ‘व्हॅलेंटाईन डे’ के चंगुल से मुक्त करें !’ Read more »

सरकार ‘व्हॅलेंटाईन डे’ पर प्रतिबंध लगाए ! – बेंगलुरू में हिन्दू जनजागृति समिति एवं रणरागिणी शाखा की ओर से मांग

हिन्दू जनजागृति समिति एवं समिति प्रणित शाखा रणरागिणी की ओर से पाश्‍चात्त्य कुपरंपरा का अनुकरण कर भारतीय संस्कृति को नष्ट करनेवाले ‘व्हॅलेंटाईन डे’पर सरकार से प्रतिबंध लगाने की मांग की गई। बेंगळुरू के पुलिस आयुक्त श्री. टी. सुनीलकुमार को इस संबंध में ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। Read more »

कोल्हापुर में ‘व्हॅलेंटाईन डे’ के विरोध में ज्ञापन प्रस्तुती

हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ‘व्हॅलेंटाईन डे’ के विरोध में कोल्हापुर जिले के हुपरी एवं मुरगुड गांव में पुलिस उपनिरीक्षक तथा महाविद्यालय के प्राचार्य को ज्ञापन प्रस्तुत किये गए। Read more »

देवताओं के चित्र रहनेवाले तथा चीनी पटाखों पर प्रतिबंध लगाएं – हिन्दू जनजागृति समिति

दीपावली के उपलक्ष्य में चीनी पटाखों का अवैध रूप से विक्रय किया जा रहा है, साथ ही पटाखों के आवरण पर हिन्दू देवताएं एवं राष्ट्रपुरुषों के चित्र अंकित किए जाते हैं। इस कारण देवताएं एवं राष्ट्रपुरुषों का अनादर हो रहा है। Read more »

नरकासुर प्रतिमादहन की परंपरा बंद होनी आवश्यक – श्री. सुदिन ढवळीकर, सार्वजनिक निर्माणकार्य मंत्री, गोवा

युवा पीढी नरकासुर की प्रतिमा बनाने हेतु अपने जीवन का अमूल्य समय गंवाकर स्वयं की ही हानि करवा ले रहा है ! नरकासुर प्रतिमादहन की परंपरा बंद होनी आवश्यक है। Read more »

धर्मशिक्षा के अभाव का परिणाम : गुजरात में नवरात्री के दिनों में बढी गर्भनिरोधकों की बिक्री

हिन्दूआें ने अंतर्मुख होकर यह सोचना चाहिए की नवरात्रि में देवी की आराधना या साधना करने के बजाए यदि वासना की पूर्ति का प्रयास करनेवाले हिन्दूआें पर क्या कभी देवी माता की कृपा हो सकती है ? Read more »

कंडोम विज्ञापन में नवरात्रि का उल्लेख कर हिन्दूआें का अपमान करनेवाले ‘मेनकाइंड फार्मा’ का विरोध करे

कर्णावती यहां कई जगहों पर मैनफोर्स की ओर से कंडोम के विज्ञापनवाले होर्डिंग्स लगाए गए हैं । पॉर्न चित्रपट अभिनेत्री सनी लियोनी इस विज्ञापन में है । इस विज्ञापन में गुजराती भाषा में लिखा है कि, ‘नवरात्रि में खेलो, मगर प्यार से !’ Read more »

जानिए, गणेशमूर्ति विसर्जन हेतु रखे गए कृत्रिम कुंडों में डाले गए पानी का विसर्जन के पश्‍चात क्या किया जाता है ?

मूर्तियों के विसर्जन के पश्‍चात कृत्रिम कुंडों में स्थित पानी को उसी स्थानपर छोडे जाने के कारण वह पानी निकट के जलस्रोत में अथवा गटर में जाकर मिलता है। पालिका प्रशासन ने इस अभियान को चलाकर निश्‍चित रूप से कौनसा प्रदूषण रोका ? Read more »

Notice : The source URLs cited in the news/article might be only valid on the date the news/article was published. Most of them may become invalid from a day to a few months later. When a URL fails to work, you may go to the top level of the sources website and search for the news/article.

Disclaimer : The news/article published are collected from various sources and responsibility of news/article lies solely on the source itself. Hindu Janajagruti Samiti (HJS) or its website is not in anyway connected nor it is responsible for the news/article content presented here. ​Opinions expressed in this article are the authors personal opinions. Information, facts or opinions shared by the Author do not reflect the views of HJS and HJS is not responsible or liable for the same. The Author is responsible for accuracy, completeness, suitability and validity of any information in this article. ​