केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बीरभूम जिले के बोगटुई नरसंहार और आगजनी मामले के मुख्य आरोपियों में से एक मास्टरमाइंड जहांगीर शेख को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी जहांगीर मारे गए तृणमूल कांग्रेस नेता भादू शेख के भाई हैं। सीबीआई ने गुप्त सूत्रों से सूचना मिलने के बाद मंगलवार को जहांगीर को गिरफ्तार किया। उसे बुधवार को रामपुरहाट अनुमंडल न्यायालय पेश किया जाएगा, जहां सीबीआई हिरासत की फिरयाद की जाएगी। कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है।
बता दें कि इसी साल 21 मार्च को बोगटुई गांव निवासी और बरशाल ग्राम पंचायत के तत्कालीन तृणमूल उप प्रधान भादू की बम से हमला कर हत्या कर दी गई थी। उसके बाद उस रात गांव के कई घरों में आग लगा दी गई थी।
22 मार्च को बोगटुई गांव में हुआ था नरसंहार
हत्याकांड के अगले दिन 22 मार्च की सुबह 7 जले हुए शव बरामद किए गए। 2 लोगों को गंभीर हालत में रामपुरहाट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाद में इनकी भी मौत हो गई। इस घटना में कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई ने जांच का जिम्मा संभाला था। सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी के अधिकारी बार-बार बोगटुई गांव का दौरा किया। सीबीआई ने 21 जून को दो मामलों में चार्जशीट दाखिल की थी। चार्जशीट में जहांगीर को ‘एकमात्र आरोपी’ के रूप में दिखाया गया है। इससे पहले सीबीआई ने लालन शेख को गिरफ्तार किया था। इस बार एक और शख्स को केंद्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया है।
टीएमसी नेता की हत्या के बाद 10 लोगों को जिंदा दिया गया था जला
लालन शेख के बाद भादु शेख के भाई जहांगीर शेख को गिरफ्तार किए जाने के बाद जानकार सूत्रों का मानना है कि बागतोई की जांच ने फिर से रफ्तार पकड़ ली है। बता दें कि 21 मार्च की शाम बरसाल ग्राम पंचायत के उप प्रमुख भादू शख की बम मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद सड़क के उस पार मौजूद कई घरों में 70 से 80 लोगों ने आग लगा दी थी, जिसमें दो बच्चों सहित 10 लोग जिंदा जल गए थे। वारदात के नौ महीने बाद आखिरकार मुख्य आरोपित सीबीआई के हत्थे चढा है।
स्रोत: tv9hindi