-
वैधानिक पद्धति से शिकायत करनेवाले हिन्दुत्वनिष्ठों को नोटिस !
-
हाजी उमरशाहवली न्यास के सदस्यों के साथ स्थानीय पुलिसकर्मियों की उपस्थिति !
पुणे : लोहगढ एक संरक्षित स्मारक होने के कारण वहां धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन पर प्रतिबंध है; परंतु आज के समय में महाराष्ट्र के कई किलों पर हो रहे इस्लामी आक्रमणकारियों के अतिक्रमणों को देखते हुए जागृत हिन्दुत्वनिष्ठ किले पर हो रहे अवैध निर्माणकार्य के विषय में पुलिस प्रशासन और पुरातत्त्व विभाग से वैधानिक पद्धति से शिकायतें कर इस्लामी आक्रमण को रोकने का प्रयास कर रहे हैं । लोहगढ पर भी दरगाह का अवैध निर्माणकार्य हो रहा है, साथ ही किले पर अवैधरूप से उर्स (मुसलमान सत्पुरुष के स्मृतिदिवस के उपलक्ष्य में उसकी कब्र पर नया वस्त्र चढाने के लिए लगाया जानेवाला मेला) मनाने का आयोजन किया जा रहा है; ऐसा हिन्दुत्वनिष्ठों के ध्यान में आया था । इस विषय में भी हिन्दुत्वनिष्ठों ने पुलिस प्रशासन और पुरातत्त्व विभाग को सूचित किया था, तथापि हिन्दुत्वनिष्ठों के बढते विरोध के कारण पुलिस प्रशासन ने उन्हीं को नोटिस भेजा । हिन्दुत्वनिष्ठों के विरोध के कारण लोहगढ पर उर्स का बडी मात्रा में आयोजन न करते हुए स्थानीय पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में १७ जनवरी को हाजी उमरशाहवली न्यास के ५ सदस्यों ने यहां के अवैध दरगाह पर चादर चढाई ।
इस कृत्य से केंद्र से प्राप्त आदेश के अनुसार मुंबई पुरातत्त्व विभाग द्वारा उर्स न मनाने के विषय में दिए गए आदेश का पुलिस प्रशासन और अवैधरूप से चादर चढाने में सम्मिलित व्यक्तियों से एक प्रकार से उल्लंघन ही हुआ है ।
मुंबई पुरातत्त्व विभाग द्वारा यहां उर्स न मनाने के विषय में दिया गया आदेश
एक ओर पुलिस लोहगढ पर हो रहे अवैध कृत्यों का संयम के साथ विरोध करनेवालों पर नोटिस दे रही है, तो दूसरी ओर धर्मांधों द्वारा किले पर किए जा रहे अवैध कृत्यों को संरक्षण दे रही है । इसके कारण सामान्य लोगों में क्षोभ का वातावरण है ।
हिन्दुत्वनिष्ठों का विरोध न हो; इसके लिए पुलिस प्रशासन द्वारा दिखाई गई धूर्तता !
‘हिन्दुत्वनिष्ठ इस उर्स का विरोध कर रहे हैं; परंतु तब भी पुलिस प्रशासन ने चादर चढाने के लिए अनुमति दी, तो उसका भी हिन्दुत्वनिष्ठों से विरोध हो सकता है, इसे ध्यान में लेकर पुलिस प्रशासन ने धूर्तता से स्थानीय लोगों से लोहगढ पर स्थित शिवमंदिर में हिन्दुओं से पूजन करवा लिया । (हिन्दुत्वनिष्ठों के विरोध करने के उपरांत हिन्दुओं ने भी वहां पूजा की, ऐसा दिखाकर पुलिस प्रशासन हिन्दुत्वनिष्ठों की आवाज दबा रही है । ऐसे पुलिस कैसे कानून-व्यवस्था रख पाएंगे ? – संपादक) इस प्रकरण के कारण हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा तीव्र क्षोभ व्यक्त किया जा रहा है ।