उत्तर प्रदेश के आतंक निरोधी दस्ते (एटीएस) ने बुधवार (जुलाई 14, 2021) को अलकायदा से जुड़े तीन और संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों लखनऊ निवासी हैं। इनकी पहचान शकील, मो मुस्तकीम और मुईद के तौर पर हुई है। इससे पहले पुलिस ने अलकायदा से जुड़े मिनहाज और मसीरुद्दीन को अपनी हिरासत में लिया था। इनसे पूछताछ के बाद से पुलिस को शकील की तलाश थी।
हालिया कार्रवाई में एटीएस टीम ने बुधवार सुबह वजीरगंज के जनता नगर निवासी शकील को बुद्धा पार्क के पास पकड़ा। बीते तीन दिनों से शकील की तलाश की जा रही थी। बुधवार को जब उसके होने की जानकारी वजीरगंज में मिली तो टीम ने मौके पर पहुँच कर बुद्धा पार्क के पास उसको दबोच लिया। इसके बाद उसे सीधे मुख्यालय लेकर गए। उसके अलावा मुस्तकीम और मुईद को भी पुलिस ने पकड़ा। एक रिपोर्ट में किसी आफाक नाम के शख्स को हिरासत में लेने की बात है। कहा जा रहा है चारों के पास से असलहा, बारूद बरामद हुए हैं और सबने अपनी संलिप्ता कबूली है। पुलिस का कहना है कि अब आगे उन्हें कोर्ट में पेश करके विधिक कार्यवाही की जाएगी।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में शकील को यूपी में अलकायदा का कमांडर कहा गया है, जिसकी गिरफ्तारी के बाद उसके परिजनों ने खूब हल्ला मचाया। मामले में रिपोर्ट करने पहुँचे मीडियाकर्मियों से भी बदसलूकी रिपोर्ट की गई। शकील के भाई ने बताया कि भाई शकील ई-रिक्शा चलाकर परिवार का पेट पालता है। अगर आतंकी होते तो पैसा होता तो अंबानी और अडानी जैसी लैविश लाइफ जी रहा होता।
शकील की छोटी बहन ने अपने भाई के आतंकी होने का सबूत माँगा। उसका कहना है कि अगर एक भी ऐसी संदिग्ध चीज मिली तो वह मान लेंगे कि शकील आतंकी है। शकील की बहन ने ऐसी कार्रवाई के पीछे मुसलमान होने को कारण बताया। वहीं मोहल्ले के निवासी मुन्ना कुरैशी ने दावा किया कि उनके मोहल्ले में कही भी कोई आपराधिक रिकॉर्ड वाला नहीं है। अगर मिल जाए तो पुलिस उन्हें फाँसी पर चढ़ा दे। शकील जिसे पुलिस ने पकड़ा है वह बस ई रिक्शा चलाता था। लेकिन कोरोना में सब चौपट हो गया। अब सरकार की बेवजह परेशान कर रही हैं।
उल्लेखनीय है कि जहाँ शकील के घरवाले उसके आतंकी होने की बात नकार रहे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश एटीएस का कहना है कि ये सब अंसार गजवत उल हिंद से जुड़े हुए हैं। इनका नाम 11 जुलाई को गिरफ्तार हुए दो आतंकियों से पूछताछ के बाद सामने आया जो मात्र 3 हजार में प्रेशर कुकर बम तैयार करने में लगे थे और 15 अगस्त से पहले किसी आतंकी गतिविधि को अंजाम देने वाले थे।
Uttar Pradesh ATS says it has arrested three men — Shakeel, Mustakeem, and Mueed — associated with Ansar Ghazwat-ul-Hind; all of them are residents of Lucknow
"Their names came into light during questioning of the two terrorists arrested from Lucknow on July 11," it says pic.twitter.com/FVD83CX5lU
— ANI UP (@ANINewsUP) July 14, 2021
बता दें कि मिनहाज और मसीरुद्दीन के पकड़े जाने के बाद एटीएस इनके अन्य कनेक्शन खोजने में लगी है। इनसे की गई पूछताछ में एटीएस को पता चला था वह कि बारूद के साथ माचिस की तीली में लगे ज्वलनशील मसाला का विस्फोटक में इस्तेमाल करने जा रहे थे। आतंकी मिनहाज के घर से माचिस की तीली से निकाला हुआ भारी मात्रा में मसाला और बारूद भी बरामद हुआ था।
संदर्भ : OpIndia
मानव बम बनकर 15 अगस्त से पहले देश को दहलाने की साजिश, 2 अलकायदा आतंकी गिरफ्तार
July 12, 2021
जब से सुप्रीम कोर्ट का फैसला रामलला विराजमान के हक़ में आया है और राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन हुआ, तभी ये राम मंदिर आतंकियों के निशाने पर है। अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के काकोरी से गिरफ्तार दोनों अलकायदा आतंकियों के पास से भी राम मंदिर व इसके आसपास के इलाके का नक्शा मिला है। इन आतंकियों के पास से कई अन्य शहरों के नक़्शे भी बरामद हुए हैं।
आतंकियों ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण स्थल की रेकी की थी। साथ ही काशी और मथुरा जैसे धार्मिक स्थलों के नक़्शे भी उनके पास से बरामद हुए हैं। नक्शों में अलग-अलग बिंदु बना कर कुछ-कुछ चिह्नित भी किया गया है। टेलीग्राम और व्हाट्सएप्प के जरिए आतंकियों का ये नेटवर्क आपस में संपर्क में था। पुलिस को कुछ चैट हाथ लगे हैं। पिछले 24 घंटों में एक दर्जन से भी अधिक संदिग्धों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ जारी है।
बम बनाने के लिए इन आतंकियों ने माचिस की तीलियों में लगे बारूद का इस्तेमाल किया था। कानपुर से ये आतंकी मोबाइल फोन खरीद कर लाए थे और नई सड़क इलाके में रहने वाले अपने एक साथी के साथ बैठक की थी। नेटवर्क में और लोगों को जोड़ने के लिए मिनहाज और मुशीर नाम के आतंकी की बैठक हुई। संभल से भी दो लोग हिरासत में लिए गए हैं। पुलिस ने दोनों के खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटा लिए हैं।
ऑपरेशन काकोरी अब तक की सबसे बड़ी खबर, आतंकियों के पास राम-मंदिर का नक्शा मिला#Terrorists | #Pakistan | | #AlQaeda | #ATSRaid | #UPAts | #Uttarpradesh | #SerialBlast pic.twitter.com/Sr0R9tmUs3
— TV9 Bharatvarsh (@TV9Bharatvarsh) July 12, 2021
अलकायदा के गजवातुल हिंद से जुड़े दोनों आतंकियों ने स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के आसपास देश के कई इलाकों को दहलाने की साजिश रची थी। पता चला है कि अब तक सरगना से इन आतंकियों को फंड्स नहीं मिले थे, ऐसे में इन्होंने खुद से वेबसाइट देख कर बम बनाना सीखा और 2000 रुपए लगा कर कूकर बम बनाया था। ATS इन दोनों को आज रिमांड पर ले सकती है। ATS अब शकील नाम के एक आतंकी की तलाश में है।
The terror activities are being run from Peshawar, Quetta in Pakistan-Afghanistan border. To carry out the activities, Minhaz Ahmad and Maseeruddin, were playing a crucial role. Their accomplices in Lucknow, Kanpur were also involved: ADG Law and Order, UP pic.twitter.com/RFQ5rhbzgp
— ANI UP (@ANINewsUP) July 11, 2021
ये भी खुलासा हुआ है कि इनमें से एक मिनहाज की बीवी और उसकी कार के बारे में भी कई तरह की संदिग्ध बातें सामने आई हैं। उसके घर से ही विस्फोटक के साथ प्रेशर कूकर और पिस्टल बरामद हुए हैं। मिनहाज की बीवी इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में कार्यरत है। उसके घर से इस यूनिवर्सिटी का एक वाहन पास भी जब्त किया गया है। लखनऊ में चलने वाली इंटीग्रल यूनिवर्सिटी एक अल्पसंख्यक शैक्षिक संस्थान है।
संदर्भ : OpIndia