- क्या यह अल्पसंख्यकों का तुष्टिकरण नहीं है ?
- उलेमाओं को सब्सिडी, पेंशनवृद्धि तो हिन्दू पुजारीयों के लिए कुछ क्यों नहीं ? यह किस प्रकार की धर्मनिरपेक्षता है ? – सम्पादक, हिन्दुजागृति
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी ने बजट सत्र के दौरान घोषणा की है कि, उलेमाओं को दुपहिया वाहन खरीदने पर 50 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी। साथ ही मुख्यमंत्री ने उलेमाओं का पेंशन 1500 से बढ़ाकर 3000 रुपये कर दिया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि, हज हाउस के लिए 15 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने ऐलान किया कि जयललिता ने महिला बच्चों के लिए काम किया और महिला बच्चों के लिए कई योजनाएं दीं। हमारी राज्य सरकार 24 फरवरी को जयललिता के जन्मदिन को राज्य महिला बाल संरक्षण दिवस के रूप में बनाएगी। बजट के दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि तीन जिलों का चयन किया जाएगा जहां लड़कियों का अनुपात अधिक है और इन जिलों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पुरस्कार दिया जाएगा।
Urged Hon'ble Governor of Tamil Nadu to order State Government to restrain from discriminatory policies among citizens on religious basis by offering special perks to Ulemas which is a violation of Fundamental Rights guaranteed under Article 14 of the Indian Constitution. pic.twitter.com/LwVBb0UIcq
— Legal Rights Protection Forum (@lawinforce) February 20, 2020
सरकारी अनाथालयों में पलने वाली बच्चियों के लिए भी फंड की राशि बढ़ा दी गई है। पहले यह 2 हजार रुपये प्रति माह थी, जिसे बढ़ाकर 4 हजार रुपये प्रति माह कर दी गई है। अनाथ बच्ची की उम्र 21 साल होने पर उसके खाते में 2 लाख रुपये जमा कराए जाएंगे।
स्त्रोत : आज तक