म्यानमार में रोहिंग्या आतंकवादियों द्वारा १०० से अधिक हिन्दुआें की हत्या, क्या मेरा इससे कोर्इ संबंध नहीं ?

नारीनजारा डॉट कॉम संकेतस्थल में प्रकाशित किए गए एक रिपोर्ट के अनुसार जिहादी रोहिंग्या आतंकवादियों ने म्यानमार में १०० से अधिक हिन्दूआें की हत्या की है । इस कारणवश सहस्रावधी हिन्दूआें ने म्यानमार से पलायन कर बांग्लादेश में शरण ली है । कुछ हिन्दू महिलाआें का भी जिहादी आतंकवादियों ने अपहरण कर उनका जबरन इस्लाम में धर्मांतरण करवाया है ।

पुष्टी बथहदाँग में स्थित सरकारी स्कूल के हिन्दू अध्यापक श्री. यू मोंग मोंग ने इस विषय में कहा, ‘‘खा मोंग सीत गांव के हिन्दूआें ने म्यानमार पुलीस को जानकारी दी है एैसा मानकर जिहादी आतंकवादियों ने उनकी हत्या कर दी ।’’ उन्होंने इस बात की पुष्टी की है की इस गांव में ९८ हिन्दूआें की हत्या हुर्इ है ।

पिछले कुछ दिनों में भारत में उत्तराखंड से लेकर केरल तक तथा मुंबर्इ से लेकर बंगाल तक भारतीय मुसलमान संगठन तथा तथाकथित सेक्युलर कार्यकर्ताआें ने रोहिंग्या मुसलमानों के समर्थन में रैलियां निकाली थी । क्या यह सभी संगठन तथा कार्यकर्ता रोहिंग्या आतंकवादियों का भी समर्थन करते है ? आए दिन पाकिस्तान तथा बांग्लादेश में जिहादीयों द्वारा हिन्दूआें की हत्याए की जा रही है, मंदिरोपर आक्रपण हो रहे है, उस विषय में यह सभी संगठन आज तक चुप क्यों है ?

‘म्यानमार के हिन्दूआें पर हो रहे अत्याचारों का मुझसे कोर्इ लेना-देना नहीं है’ इस प्रकार की मानसिकता न रखे । पहले से ही भारत में अवैध तौरपर निवास करनेवाले करोडो बांग्लादेशी भारत की सुरक्षा के लिए एक बडी समस्या बन चुके है । उसी के साथ यदि जिहादी मानसिकता वाले रोहिंग्या भी भारत में रहने लगे तो क्या दु:स्थिती हो सकती है इसकी आप कल्पना कर सकते है ।

दुसरी आेर भारत में कर्इ हिन्दू संगठन कार्यरत है, लेकिन उनमें से किसी ने भी म्यानमार के हिन्दूआें की रक्षा हेतु कोर्इ भी मांग या कृती नहीं की । क्या म्यानमार में रहनेवाले हिन्दूआें के लिए हमारे मन में थाेडी सी जगह भी नहीं है ? आज समय की आवश्यकता है की सभी हिन्दू संगठनों ने संगठित होकर म्यानमार के हिन्दूआें की सुरक्षा के लिए प्रयास करने चाहिए ।

एक हिन्दू होने के तौरपर आप क्या कर सकते है ?

१. म्यानमार के हिन्दूआें की सुरक्षा के लिए भारत सरकार को म्यानमार सरकार से अनुरोध करने के लिए कह सकते है । इसलिए आप अन्य हिन्दूआें को साथ लेकर प्रशासन को निवेदन दे सकते है तथा फेसबूक, ट्विटर, इमेल के माध्यम से भी भारत सरकार तक अपनी मांग पहुंचा सकते है ।

२. भारत सरकार ने राेहिंग्या मुसलमानों को वापस भेजने का जो निर्णय लिया है उसके लिए अपना समर्थन सरकार को इमेल तथा सोशल मिडीया के माध्यम से भेज सकते है । इसके लिए आप #DeportRohingyas, #BanRohingyasInIndia जैसे  हैशटैग का उपयाेग कर सकते है ।

३. इस विषय में आपके मित्र, परिवार तथा अन्य हिन्दूआें के साथ चर्चा कर सकते है । इस विषय के बारे में सभी को जागृत कर सकते है ।

४. आप इस विषय की जानकारी #AtrocitiesOnMyanmarHindus जैसे हैशटैग का उपयाेग कर ट्विटर में ट्विट्स पाेस्ट कर सकते है ।

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