श्रावण शुक्ल पक्ष तृतीया, कलियुग वर्ष ५११६
वडोदरा (गुजरात) – सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन यह बात सच है। गुजरात में आरएसएस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने मुस्लिम मंच (एमआरएम) की ओर से आयोजित रोजा इफ्तार पार्टियों में शिरकत की है। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात की सीएम आनंदी बेन पटेल रोजा इफ्तार पार्टियों के मेजबान न बने हों, लेकिन आएसएस से जुड़े नेताओं का यहां जाना आश्चर्य में डालता है।
२००२ में आरएसएस के तत्कालीन सरसंघचालक के.एस. सुदर्शन की पहल पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का गठन किया गया था। एमआरएम ने इस साल गुजरात में कई इफ्तार पार्टियों का आयोजन किया। २१ जुलाई के दिनए एमआरएम ने वडोदरा शहर में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ बीजेपी नेता जयंती बरोट और वरिष्ठ आरएसएस नेता व इस संगठन के संरक्षक इंद्रेश कुमार भी शामिल हुए। बता दें कि इंद्रेश समझौता ब्लास्ट केस में संदिग्ध भी हैं।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राज्य संयोजक गनी कुरैशी ने बताया कि करीब ८०० लोग इस इफ्तार पार्टी में शामिल हुए। पुरूषोत्तम हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में ४० मुस्लिम धार्मिक नेता और ३० मौलवी भी शामिल हुए। एमआरएम के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफजल ने इफ्तार और शहरी पार्टियों के ७ जगहों पर आयोजित होने की जानकारी दी। अफजल ने कहा कि मंच ने इस तरह के कार्यक्रम गुजरात के साथ ही देशभर में आयोजित किए हैं। वडोदरा में २१ जुलाई को इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया, जबकि अहमदाबाद में इसी दिन शहरी पार्टी रखी गई।
अफजल ने आगे कहा कि अगस्त महीने में ईद मिलन का एक बड़ा कार्यक्रम रखा गया है। संभवत: यह 3 अगस्त को आयोजित किया जाएगा। ईद के जश्न पर होने वाले इस बड़े कार्यक्रम के लिए केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री नजमा हेपतुल्ला को भी आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम में उनका सम्मान किया जाएगा। एमआरएम के राज्य संयोजक कुरैशी कहते हैं कि मंच हिंदू और मुस्लिमों के बीच विश्वास पैदा कर रहा है। वरिष्ठ आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार हमारे प्रमुख हैं। इंद्रेश कुमार का स्लोगन है, एक रोटी कम खाएंगे-मगर बच्चों को पढ़ाएंगे।
स्त्रोत : पत्रिका